भोपाल। नौकरी के लिए दिए जाने वाले साक्षात्कार में सफल होने के लिए 11 मार्च को, पीपुल्स विश्वविद्यालय के स्माल डिटोरियम में अभ्यर्थियों को आवश्यक कौशल से तैयार करने के उद्देश्य से एक ज्ञानवर्धक कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यशाला फ्रीमेसन सोसाइटी के सम्मानित सदस्यों द्वारा आयोजित की गई थी, जो सार्वजनिक क्षेत्र, कॉर्पोरेट क्षेत्र, सैन्य और स्वास्थ्य सेवा उद्योग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अनुभववी और विशेषज्ञ हैं। फ्रीमेसन की यह पहल सामाजिक कल्याण और शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का महत्वपूर्ण हिस्सा थी, जो समाज के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए धर्मार्थ सहायता कार्यक्रम पेश करती है। आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता पीपुल्स विश्वविद्यालय माननीय कुलपति डॉ. हरीश राव ने की उन्होने अपने उद्बोधन मे अभ्यर्थियों के सफल करियर और पेशेवर उन्नति के लिए तैयार करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। साथ ही अनुभवी पेशेवरों की विशेषज्ञता और पीपुल्स विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के सहयोग एवं समर्थन का लाभ उठाकर, भविष्य के महत्वाकांक्षी पेशेवरों और नौकरी चाहने वालों के लिए एक उज्जवल और अधिक समृद्ध भविष्य के निर्माण में योगदान के उज्ज्वल कमाना की। फ्रीमेसन सोसायटी के स्दस्यों के द्वारा सामाजिक धर्मार्थ शैक्षिक सहायता कार्यक्रम के माध्यम से -सांची लॉज नंबर 247 के सदस्य के रूप मे – आरडब्ल्यूबी पीयूष माथुर, आरडब्ल्यूबी डॉ रवि मुले, एआरजीएम श्री सुरेंद्र श्रीवास्तव, डब्ल्यूबी डॉ हरीश राव, डब्ल्यूबी रवि गोरोवाला, डब्ल्यूबी संदीप कानूनगो, भाई सुजॉय घोष, भाई संजय जैन, डब्ल्यूएम अतुल कुलश्रेष्ठ ने उपस्थित होकर विचार-विमर्श के द्वारा सक्रिय रूप से भाग लिया। इसके अलावा फ्रीमेसनरी की अवधारणा और दर्शन को मेसोनिक लॉज की एक छोटी वीडियो क्लिपिंग द्वारा अभ्यर्थियों के सामने पेश किया गया। पीपुल्स विश्वविद्यालय की और से कार्यशाला मे अधिष्ठाता छात्र कल्याण संजय कुमार सिंह एवं उनकी टीम ने व्यवस्थाओं और सुविधा के तहत, अभ्यर्थियों को , नौकरी के लिए साक्षात्कार की तैयारी पर शिक्षा, सशक्तिकरण और सामाजिक उत्थान को बढ़ावा देने के लिए फ्रीमेसन के समर्पण के आभार प्रकट किया। यह कार्यशाला में सभागार में उपस्थित अभ्यर्थियों के लिए अनुभवी पेशेवरों से अंतर्दृष्टि और सलाह प्राप्त करने का एक मूल्यवान अवसर साबित हुई फ्रीमेसन सोसाइटी के सम्मानित सदस्य देश एवं प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिष्ठित पदों पर कार्यरत है। जिन्होंने अपने अनुभव के आधार पर साक्षात्कार की पेचीदगियों को प्रत्यक्ष उपाख्यानों और व्यावहारिक युक्तियों के साथ साझा कर अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान किया जिसे पाकर प्रतिभागियों को प्रतिस्पर्धी नौकरी ,व्यवसाय शुरू करने में तथा बाजारों में अलग दिखने में मदद मिल सके। कार्यशाला के दौरान, उपस्थित अभ्यर्थियों के लिए लाइव इंटरैक्टिव सत्र, मॉक इंटरव्यू और उसमे पार्टिसिपेशन करने वालो को शामिल किया गया था , जो वास्तविक दुनिया के परिदृश्यों और चुनौतियों का अनुकरण करने के लिए डिज़ाइन किए गए थे, जिनका सामना उन्हें वास्तविक जीवन मे नौकरी के साक्षात्कारों के दौरान करना पड़ सकता है। इस पहल के माध्यम से अभ्यर्थियों को अपने संचार कौशल को निखारने, अपनी आत्म-प्रस्तुति को बढ़ाने और आम साक्षात्कार प्रश्नों और परिदृश्यों को संबोधित करने के लिए प्रभावी रणनीतियाँ सीखने का अवसर मिला। इसके अलावा, कार्यशाला को केवल तकनीकी कौशल या योग्यता पर ही ध्यान केंद्रित नहीं किया गया, बल्कि आत्मविश्वास, अनुकूलनशीलता और व्यावसायिकता जैसे सॉफ्ट स्किल्स के महत्व पर भी केंद्रित किया गया, जो की विकास की मानसिकता विकसित करने और नौकरी के साक्षात्कारों को सीखने और व्यक्तिगत विकास के अवसरों के रूप में प्रदर्शित करने के लिए संभावित नियोक्ताओं पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए अभिन्न अंग हैं।