भोपाल। पीपुल्स पिश्वविद्यालय के पीपुल्स कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस ने पीएनएफ एवं विकलांगता मूल्यांकन पर वर्कशॉप आयोजित की। विशेषज्ञ डॉ. अरुण रविपति सेवानिवृत्त- क्षेत्रीय विकलांग एवं पुनर्वास केंद्र ने पीएनएफ तकनीक समझाई। उन्होंने कहा कि ये तकनीक आर्थोपेडिक, न्यूरोलॉजिकल केस, कॉर्डियोरेस्पेरेटरी, गायनेकोलॉजी, स्पोर्ट रिहेबिलिटेशन में उपयोगी है। यह व्यायाम की खास विधि है। इसमें स्टेमुलेशन द्वारा मांसपेशियों व नर्क्स का पुनः संचालन किया जाता है।

विकलांगता मूल्यांकन की विधि एवं शासन की योजनाओं व सुविधाओं के बारे में विद्यार्थियों को बताया गया। विकलांगता के प्रकार जैसे शारीरिक अक्षमता, अंधापन, अल्पदृष्टि, श्रवण बाधिता, मानसिक बीमारियां, कुष्ठ रोग, सेरेबरल पाल्सी, मल्टिपल डिसिबिलिटी के बारे में बताया। शामल प्रवीण बोपचे बीपीटी-चतुर्थ वर्ष ने अनुभव साझा करते हुए बताया कि डिसिबिलिटी के कारण, सर्टिफिकेट प्रक्रिया सहित अन्य जरूरी जानकारी दी।